
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला पर कांग्रेस का आरोप: गहरी साजिश के तहत हो रहा है करोड़ों का जमीन घोटाला!
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला, जो इन दिनों रीवा जिले के सबसे चर्चित नामों में से एक बन गए हैं, उनके खिलाफ कांग्रेस नेता ने कुछ ऐसे खुलासे किए हैं जो पूरे प्रदेश को हिला सकते हैं। कांग्रेस नेता ने दावा किया है कि राजेंद्र शुक्ला के नेतृत्व में एक बड़ा जमीन घोटाला हो रहा है, जिसमें सरकारी संपत्ति को नष्ट कर दिया गया और उसे केवल चंद करोड़ में बेच दिया गया, जबकि उसकी असल कीमत कहीं अधिक थी। उनके मुताबिक, यह मामला न सिर्फ रीवा, बल्कि राज्यभर में घोटालों की एक श्रृंखला को उजागर करने वाला हो सकता है। आरोपों की शुरुआत रीवा के के पास की एक सरकारी ज़मीन से हुई। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि जो ज़मीन लगभग सात सौ पचास करोड़ रुपये की हो सकती थी, वह मात्र सोलह करोड़ में बेच दी गई! यही नहीं, इसी तरह की अन्य ज़मीनों का भी बेमोल सौदा किया गया, जिसमें एसपी बंगले के पास और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की ज़मीनें शामिल हैं। विशेष रूप से ध्यान देने योग्य है, जब कांग्रेस नेता ने यह कहा कि “यह सिर्फ रीवा की ज़मीन नहीं है, यह पूरे प्रदेश के भविष्य के साथ खेल है। अगर इन जमीनों का सही मूल्य तय किया जाता, तो सरकारी खजाने में कई हज़ार करोड़ जमा होते। स्मरणीय है कि इन खुलासों के बाद कांग्रेस नेता ने एक और गंभीर बयान दिया, जिसमें उन्होंने आशंका जताई कि अगर राजेंद्र शुक्ला पर जांच होती है, तो यह घोटाला दस लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। न केवल कांग्रेस, बल्कि रीवा की जनता में भी इस मामले को लेकर गुस्सा है। जनता का कहना है कि राजेंद्र शुक्ला ने उनकी ज़मीनें बेचीं, और बदले में कुछ नहीं दिया। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेता ने चेतावनी दी है कि वह इसे विधानसभा से लेकर सड़क तक ले जाएंगे और जनता को सच्चाई बताएंगे। वर्तमान में इस मामले पर सख्त प्रतिक्रिया दी जा रही है, और यह सवाल उठता है कि क्या सच में राजेंद्र शुक्ला के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी? क्या यह घोटाला राज्य और केंद्र सरकार की जांच का विषय बनेगा? यह एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब अब जल्द ही जनता को मिलने वाला है। लेकिन इस रहस्य से परे, यह साफ है कि कांग्रेस ने पूरी ताकत से अपने आरोपों को आगे बढ़ाते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि वह इस मुद्दे को सुलझाने के लिए हर कदम उठाएंगे, चाहे वह विधानसभा हो या जनता की अदालत। क्या सच में राजेंद्र शुक्ला के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई होगी, या यह एक और राजनीतिक ड्रामा बनकर रह जाएगा? वक्त ही बताएगा