
श्योपुर में कार्यकर्ता बैठक के दौरान उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने प्रदेश के परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह ने मीडिया के सामने एक इंटरव्यू में दावा किया था कि उनका सौरभ शर्मा से कोई संबंध नहीं है। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा था कि अगर इस संबंध का कोई प्रमाण दिया जाता है, तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
लेकिन हेमंत कटारे ने आरोप लगाया कि सौरभ शर्मा की नियुक्ति पत्र में भूपेंद्र सिंह के हस्ताक्षर हैं और उसमें मंत्री की नोट शीट का हवाला भी दिया गया है। उनका कहना था कि ऐसा नियुक्ति पत्र पहले कभी नहीं देखा गया और इसमें मंत्री का विशेष दबाव था, जिससे सौरभ शर्मा को सिस्टम में शामिल किया गया।
कटारे ने यह भी कहा कि भूपेंद्र सिंह ने अरबों रुपये के व्यापार के लिए यह नियुक्ति की और इस प्रक्रिया में मंत्री ने उन्हें मदद की। उन्होंने मंत्री को चुनौती दी कि वह स्पष्ट करें कि उनके द्वारा पूछे गए सवाल सही हैं या गलत।
हेमंत कटारे ने यह भी आरोप लगाया कि भूपेंद्र सिंह के समय में उनके खिलाफ झूठे केस लगाए गए और उन्होंने फर्जी नियुक्तियां की हैं। कटारे ने यह भी कहा कि भूपेंद्र सिंह को जेल जाना पड़ेगा और उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज होगी। उन्होंने भूपेंद्र सिंह जैसे नेताओं को कड़ा जवाब देते हुए कहा कि वह उनसे सीधे बातचीत करने के लिए तैयार हैं, और महिलाओं की आड़ लेकर झूठे केस लगाने वाले नेताओं से आंख से आंख मिलाकर बात करेंगे।
इस बयान ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचाई है