
यह घटना सचमुच एक प्रेरणादायक मिसाल है, जो हमें यह सिखाती है कि ईमानदारी और नैतिकता का पालन करना किसी भी स्थिति में सबसे महत्वपूर्ण होता है।
एहसास खान ने जिस तरह से 27,500 रुपए की गड्डी मिलने के बावजूद अपनी ईमानदारी का परिचय दिया, वह हर किसी के लिए एक उदाहरण है।
इस प्रकार की घटनाएं यह साबित करती हैं कि सही और सच्चे काम करने का सम्मान मिलता है, चाहे वह व्यक्ति किसी भी वर्ग या स्थिति से क्यों न हो।
यह भी दिखाता है कि एक आम व्यक्ति भी बड़े और महत्वपूर्ण फैसले ले सकता है, जो समाज में अच्छा असर डालते हैं।
एहसास ने न केवल अपनी मां और बहन की मदद से यह कदम उठाया, बल्कि पुलिस तक जाकर यह पैसों को सही जगह पर पहुँचाया, जो किसी की मुश्किलों को हल कर सकता था।
रीवा में नोटों की गड्डी मिलने के बाद भी एक ऑटो चालक का ईमान नहीं डगमगाया। जहां नोट की गड्डी वापस करने वो सिविल लाइन थाने पहुंच गया। पूरा मामला रीवा के बिछिया मोहल्ले में रहने वाले एहसास खान नाम के युवक का है।
एहसास खान ने बताया कि मैं आटो चलाता हूं। मुझे आज मेरे आटो में 27 हजार 500 रुपए की राशि मिली। 500 के नोटों की एक गड्डी थी। वह रुपए किसी बीमार के हो सकते हैं। रुपयों के लिए कोई परेशान हो रहा होगा। यह बात सोचकर मैं पुलिस के पास पहुंच गया।
एहसास ने पुलिस को बताया कि नए बस स्टैंड की ओर गया था जब सवारी से खाली हुआ तो ऑटो की सफाई करने लगा। तभी 500 के 55 नोट मिले जो कुल 27,500 रुपए थे।
सिविल लाइन थाना प्रभारी का उसे सम्मानित करने का कदम यह दिखाता है कि समाज और प्रशासन ईमानदारी को महत्व देते हैं
और उसे बढ़ावा देने की कोशिश करते हैं। इससे यह संदेश मिलता है कि हमें हमेशा अपने नैतिक मूल्यों पर कायम रहना चाहिए,
चाहे हमें कितनी भी मुश्किल क्यों न आ जाए।
क्या आपको लगता है कि इस तरह के उदाहरण अन्य लोगों को भी प्रेरित करेंगे, खासकर जब लोग बड़े पैसों का सामना करते हैं?