
जिले में धान खरीदी में गड़बड़ी! 20 केंद्रों पर जांच, नोटिस जारी
सीधी जिले में धान खरीदी का कार्य समाप्त होते ही भंडारण व्यवस्था की पोल खुलने लगी है। कलेक्टर के निर्देश पर शुक्रवार और शनिवार को जिले के 42 उपार्जन केंद्रों का औचक निरीक्षण किया गया। जांच के दौरान बमुरी, कुड़िया, और बरमबाबा सहित 20 केंद्रों में गंभीर अनियमितताएं उजागर हुईं। इन केंद्रों के प्रभारी, ऑपरेटर और सर्वेयर को कारण बताओ नोटिस थमाया गया है। कलेक्टर ने स्पष्ट कर दिया है
कि उपार्जन नीति में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने गुणवत्ता परीक्षण और शिकायतों के निपटारे के लिए जिला और खंड स्तर पर समितियों का गठन किया है। मौसम की स्थिति को देखते हुए कलेक्टर ने धान के सुरक्षित भंडारण और जल्द परिवहन के निर्देश दिए हैं। उन्होंने साफ किया कि अगर कहीं भी लापरवाही पकड़ी गई, तो कठोर दंडात्मक कार्रवाई से जिम्मेदारों को बख्शा नहीं जाएगा। निरीक्षण में राजस्व विभाग, सहकारिता विभाग, खाद्य विभाग, केंद्रीय सहकारी बैंक और वेयरहाउसिंग के अधिकारी शामिल रहे। जिले के स्व-सहायता समूह द्वारा संचालित 4 उपार्जन केंद्रों की निगरानी विशेष रूप से तहसीलदार और नायब तहसीलदार को सौंपी गई है। धान खरीदी की इस गड़बड़ी ने जिले में हड़कंप मचा दिया है। सवाल यह है कि इन 20 केंद्रों पर अनियमितताओं का असली जिम्मेदार कौन है और क्या दोषियों पर कलेक्टर की सख्ती असर दिखाएगी? जवाब का इंतजार हर कोई कर रहा है, लेकिन यह साफ है कि अब सीधी जिले में धान खरीदी का हर कदम प्रशासन की कड़ी नजरों के घेरे में है