
यहां के पुलिसकर्मी इस असुविधाजनक और खस्ताहाल भवन में रहने और काम करने के लिए मजबूर हैं।
चौकी की हालत इतनी दयनीय हो चुकी है कि पुलिसकर्मियों को अक्सर मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस चौकी के लिए नया भवन बनाने की कोई ठोस पहल अब तक नहीं हुई है, और न ही राज्य सरकार या PHQ द्वारा इसकी कोई विशेष ध्यान देने की योजना बनाई गई है।
यह स्थिति पुलिसकर्मियों की परेशानियों का प्रतीक है, जो अपनी सेवा में कई तरह की कठिनाइयों का सामना करते हुए अपनी जिम्मेदारियों को निभा रहे हैं‘मध्य प्रदेश के एक शहर में पुलिस की एक चौकी पिछले कई दशकों से भगवान राधाकृष्ण के मंदिर परिसर में चल रही है। यह चौकी आज भी पुलिस मुख्यालय (PHQ) से भवन की मंजूरी का इंतजार कर रही है। यह चौकी आजादी के बाद से मंदिर परिसर के एक छोटे से कमरे में संचालित हो रही है, जो जर्जर हो चुका है। इस चौकी में पुलिसकर्मी अपने दायित्व निभा रहे हैं और यहां की पुलिसिंग प्रक्रिया को सहायता केंद्र के तौर पर चलाया जा रहा है।