
संजय गांधी अस्पताल में हुआ दिल दहला देने वाला घटनाक्रम https://youtu.be/lM6O12g93rI
संजय गांधी अस्पताल में हुआ दिल दहला देने वाला घटनाक्रम, नवजात बच्ची को कुत्तों ने किया शिकार!
क्या सच में हम एक सभ्य समाज में जी रहे हैं, जहां इंसानियत का कोई मूल्य नहीं रह गया? एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने सभी को हिलाकर रख दिया है। संजय गांधी अस्पताल के परिसर में एक नवजात बच्ची के साथ हुई अमानवीयता ने न केवल उस मासूम की तक़दीर को बलि चढ़ाया, बल्कि पूरे समाज को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। यह घटना न केवल दर्दनाक है, बल्कि यह कई अनसुलझे सवाल भी छोड़ गई है। हां, आपने सही सुना। अस्पताल के एक्स-रे सेंटर के पास दो कुत्तों ने एक नवजात बच्ची के शव को नोच-नोच कर अपने पेट की भूख बुझाई। यह तस्वीरें सामने आते ही सनसनी मच गई हैं। प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि जब कुत्ते बच्ची को नोच रहे थे, तो वह जीवित थी। लेकिन क्या यह सच है? इस दावे में कितनी सच्चाई है? इस घटना की जांच के बाद यह जानकारी सामने आई कि बच्ची कुछ ही घंटों में मृत हो गई थी, लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या अस्पताल प्रशासन ने सही तरीके से उसकी देखभाल की थी? अस्पताल के प्रवक्ता डॉ यत्नेश त्रिपाठी का कहना है कि बच्ची की मृत्यु के बाद उसके शव को अस्पताल के मर्चुरी में भेज दिया गया था। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि बच्ची प्रसूता की ही थी या नहीं। यह घटना उस वक्त घटित हुई, जब एक प्रसूता ने सिंगरौली जिले के बरगवां थाना क्षेत्र में नवजात बच्ची को जन्म दिया। सिर्फ कुछ ही घंटों में बच्ची की मौत हो गई, और फिर परिजनों ने बच्ची का अंतिम संस्कार अस्पताल परिसर में ही कर दिया। यह क्या था, एक अमानवीय कृत्य या फिर अस्पताल के व्यवस्थाओं की विफलता? लेकिन इस पूरे मामले में एक और बड़ा सवाल है क्या अस्पताल प्रशासन ने इस घटना को दबाने की कोशिश की थी? क्या किसी ने जानबूझकर इस बच्ची को कुत्तों के हवाले कर दिया, या फिर यह केवल प्रशासन की लापरवाही का नतीजा था? क्या यह एक साधारण दुर्घटना थी या फिर कुछ और? क्या इस अमानवीय कृत्य को रोकने के लिए प्रशासन को जवाबदेह ठहराया जाएगा? इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद हर कोई यही सवाल पूछ रहा है हम इस मामले को लेकर अपनी लगातार रिपोर्टिंग जारी रखेंगे। तब तक, बने रहिए हमारे साथ।