
मध्य प्रदेश में सर्दी का सितम: बादल, बूंदाबांदी और कोहरे ने किया जनजीवन अस्त-व्यस्त
मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड ने दस्तक दे दी है। बारिश, कोहरा और गिरते तापमान ने पूरे प्रदेश को अपनी चपेट में ले लिया है। मौसम विभाग के मुताबिक, बीते 24 घंटों में नर्मदापुरम के बनखेड़ी और दमोह में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। सोमवार से ही प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बादलों ने डेरा डाल रखा है, जबकि ग्वालियर-चंबल संभाग में घना कोहरा आम जनजीवन पर भारी पड़ रहा है। राजधानी भोपाल में सोमवार सुबह मध्यम कोहरा छाया रहा, साथ ही हल्की फुहारों ने ठंड को और बढ़ा दिया। विदिशा और सीहोर जिलों में भी मौसम का ऐसा ही हाल रहा। मंगलवार को भी मौसम के इसी मिजाज के बने रहने की संभावना है। उमरिया में ठंड के प्रकोप को देखते हुए कलेक्टर ने कक्षा पहली से 8वीं तक के स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी है। वहीं, गुना, सतना, शाजापुर और उमरिया सहित छह जिलों में कोल्ड-डे के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। यह अलर्ट लोगों को सतर्क रहने का संदेश दे रहा है कि सर्दी के इस कहर से बचाव जरूरी है। मौसम विभाग के आंकड़ों और अलर्ट को देखते हुए ऐसा लगता है कि इस बार ठंड प्रदेश में अपने पिछले रिकॉर्ड तोड़ सकती है।
बादल और बूंदाबांदी के साथ कोहरा, कड़ाके की ठंड को और भी भयानक बना रहा है।
लोगों से अपील की गई है कि वे गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें, हीटर और ब्लोअर का सहारा लें, और अनावश्यक यात्रा से बचें। क्या लगातार गिरता तापमान और बारिश इस बार नए सर्दी के रिकॉर्ड बनाएगी? क्या ठंड का यह दौर जल्द थमेगा, या यह एक लंबा और चुनौतीपूर्ण मौसम साबित होगा? आने वाले दिनों में ठंड और मौसम के बदलते मिजाज से जुड़े हर अपडेट पर नजर रखना जरूरी है। इस बार की सर्दी ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या यह केवल सर्द मौसम है, या कुछ और बड़ा संकेत दे रही है?