
भ्रष्टाचार और अवैध अतिक्रमण पर रीवा जिला पंचायत में उठी गंभीर आवाज़, अधिकारियों से सख्त कार्यवाही की मांग
जिले में इन दिनों भ्रष्टाचार और अवैध अतिक्रमण की घटनाओं ने प्रशासनिक तंत्र को सवालों के घेरे में डाल दिया है। हाल ही में रीवा जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक में इस विषय पर गहरी चिंता व्यक्त की गई। जिला पंचायत सदस्य पद्मेश गौतम ने बैठक के दौरान क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को उठाते हुए भ्रष्टाचार और अवैध अतिक्रमण के गंभीर मामलों पर सवाल उठाए। पद्मेश गौतम ने विशेष रूप से देवतालाब क्षेत्र में नवनिर्मित सहकारी समिति के शासकीय भवन को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “यह भवन किस नियम और प्रक्रिया के तहत अवैध रूप से आवंटित किया गया और किसे दिया गया, इसकी स्पष्ट जानकारी दी जानी चाहिए। यह मामला गंभीर है और इसके बारे में संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया जाना चाहिए। इसके अलावा,पद्मेश गौतम ने रामपुर क्षेत्र में देवधरा मंदिर के नाम पर आरक्षित जमीन पर हो रहे अवैध अतिक्रमण का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि इस भूमि पर अतिक्रमण हो रहा है, जो न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि धार्मिक स्थल की आस्था और मान्यता को भी प्रभावित करता है। उन्होंने प्रशासन से इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की अपील की।पद्मेश गौतम इस दौरान, जिला पंचायत के अन्य सदस्यों और अधिकारियों ने भी इस मुद्दे पर गंभीर चिंता व्यक्त की और मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में सख्त और तत्काल कार्यवाही की जाएगी ताकि भ्रष्टाचार और अतिक्रमण जैसी घटनाओं पर काबू पाया जा सके।
यह घटना इस बात का संकेत है कि प्रशासन को इन गंभीर मुद्दों पर अधिक सतर्कता बरतनी होगी। भ्रष्टाचार और अवैध अतिक्रमण न केवल विकास को प्रभावित करते हैं, बल्कि जनता के विश्वास को भी कमजोर करते हैं। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में कितनी तत्परता और सख्ती से कार्रवाई करता है और
क्या दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होती है।