कॉलेज में गुंडागर्दी का आरोप: उमंग सिगार के ट्वीट ने खड़ा किया सियासी तूफान
राजनीति का अखाड़ा अब कॉलेज परिसरों तक सिमटता नजर आ रहा है। कांग्रेस नेता उमंग सिगार ने भारतीय जनता पार्टी और उसके छात्र
संगठन लगाते हुए सोशल मीडिया पर एक ट्वीट के जरिए सियासी बवाल खड़ा कर दिया है। सिगार ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर स्टूडेंट पॉलिटिक्स के नाम पर गुंडागर्दी और अनुशासनहीनता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। यह विवाद शाजापुर के पॉलिटेक्निक कॉलेज से जुड़ा है, जहां एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने एक महिला प्रोफेसर, गायत्री सिंह, पर संगठन को बदनाम करने का आरोप लगाया। हालांकि, जब कॉलेज प्रिंसिपल के सामने इस आरोप का प्रमाण मांगा गया, तो कार्यकर्ता चुप्पी साध गए और एक-दूसरे का मुंह ताकने लगे। उमंग सिगार ने इस घटना को लेकर सवाल उठाया कि महिला प्रोफेसर पर इस प्रकार का आरोप लगाकर उन्हें मानसिक प्रताड़ना दी गई। उन्होंने कहा, शाजापुर की इस घटना से यह साफ हो गया है कि कॉलेजों में एबीवीपी अनुशासनहीनता का पर्याय बन चुकी है। उमंग सिगार ने अपने ट्वीट में बीजेपी पर तीखे तंज कसते हुए लिखा, बीजेपी के कार्यकर्ताओं को गुंडागर्दी की शिक्षा कॉलेज से ही दी जाती है। एबीवीपी का उद्देश्य केवल अनुशासनहीनता और शिक्षकों का अपमान करना रह गया है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष खुद इसी छात्र राजनीति से निकले हैं, ऐसे में उन्हें अपने कार्यकर्ताओं की हरकतों की पूरी जानकारी होनी चाहिए। गायत्री सिंह ने इस घटना पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, इस विवाद ने उनके मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाला है। कॉलेज प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन सवाल यह है कि क्या जांच निष्पक्ष होगी, या यह भी राजनीति की भेंट चढ़ जाएगी?
उमंग सिगार के इस ट्वीट ने एक बार फिर छात्रों और शिक्षकों के बीच विश्वास और राजनीति के हस्तक्षेप पर सवाल खड़े किए हैं। क्या यह घटना छात्रों और शिक्षकों के अधिकारों की रक्षा की दिशा में कोई नई बहस छेड़ेगी, या यह भी केवल सियासी बयानबाजी तक सीमित रह जाएगी? समय ही बताएगा।